Akbar-Birbal Ki Kahani | बादशाह अकबर को पहेलियां सुलझाने और लोगों से पूछने का बहुत ही शौक था. बादशाह अकबर और बीरबल की कहानी बहुत ही मशहूर है. बादशाह अकबर बीरबल को जो भी कार्य दिया करते जैसा भी हो चाहे किसी को न्याय दिलवाना हो या फिर कोई प्रज्ञा से जुड़ी समस्याएं हो सब कर दिया करते और न्यायपूर्ण फैसला भी बतलाते. ऐसी कोई समस्या नही जिसका हल बीरबल के पास नही हो.
आज के हिंदी महल के इस अंक में हम जानेंगे एक ऐसे ही एक कहानी को. आज आपके लिए लेके आया है बादशाह अकबर और बीरबल से जुड़ा हुआ यह हास्यपद प्रसंग जिसमें अकबर ने बीरबल को एक ऐसा कार्य सौंपा जिसको पूरा करना मुश्किल था. तो चलिए जानते हैं कि क्या था वह कार्य.
Akbar-Birbal Ki Kahani | बादशाह अकबर और बीरबल की कहानी – बैल का दूध.
एक बार बादशाह अकबर ने सोचा कि बीरबल अपनी बुद्धिमानी से सभी कार्य कर लेते हैं तो क्यों न उनको ऐसा कोई काम दे जो बीरबल के लिए करना नामुमकिन हो यही सोचकर उन्होंने एक दिन दरबार मे बीरबल को बुलाया और सभी दरबारियों के समक्ष कहा – ” बीरबल ! वैधजी को एक औषधि बनानी है जिसके लिए बैल के दूध की मांग की है, इसलिए तुम कहीं से बैल का दूध हमें लाकर दो ” इस पर बीरबल ने कहा – “हुजूर ! दूध तो मिल जाएगा, परन्तु कुछ समय लगेगा ” अकबर बादशाह ने बीरबल को इस काम के लिए चार दिन दिये.
बीरबल बादशाह अकबर की आज्ञा को स्वीकार करते हुए घर आया और घर आकर बीरबल ने इस समस्या के बारे में अपनी बेटी को बताया व विचार विमर्श किया. बीरबल की बेटी भी अपने पिता की तरह ही बहुत बुद्धिमान थी अपनी पिता को उसने निश्चित से रहने को बोला कि समय आने पर इस समस्या का कोई न कोई हल अवश्य ही मिलेगा.
बादशाह अकबर जब अपने कक्ष में सो रहे थे कि आधी रात को उनके शयनकक्ष के पास बने घाट पर किसी के कपड़ा धोने की आवाज आई यहां पर बीरबल की बेटी ही कपड़ा धोने आई थी.कपड़ा धोने की आवाज से अकबर बादशाह की आंख खुल गई और उन्होंने सिपाहियों को बुलाकर आदेश दिया कि जो भी घाट पर कपड़ा धो रहा है उसको पकड कर हमारे सामने पेश करो.तब सिपाही ने बीरबल की बेटी को पकड़कर बादशाह के समक्ष प्रस्तुत किया तो बादशाह ने उससे पूछा – ” लड़की ! तुम्हें आधी रात को ही कपड़े धोने का समय मिल, पूरा दिन क्या कर रही थी?
बादशाह अकबर के इस सवाल पर बीरबल की बेटी ने कहा – ” हुजूर ! माफी चाहती हूं कि आपकी नींद में खलल पड़ा लेकिन मैं मजबूर हूं कि मुझे रात में ही कपड़ा धोने का समय मिला क्योंकि मेरे पिता ने एक बच्चे को जन्म दिया है अब माँ तो नहीं है जो बाकी काम को निपटा सके इसलिए मुझे ही सारा दिन बच्चे की देखभाल करनी होती हैं , खाना बनाना और घर के बाकी काम को करने में सारा दिन गुजर गया मुझे अब फुरसत मिली हैं तो मैं कपड़े धोने यहां आ गई ” इस बात को सुनकर बादशाह अकबर ने क्रोधित होकर कहा – ” तुम झूठ बोल रही हो, ऐसा कभी नही हो सकता कि मर्द बच्चे को पैदा करें “.
बीरबल की बेटी जो कि जवाब हाजिर थी फौरन कहा कि – हुजूर ! जब बैल का दूध हो सकता है तो मर्द भी बच्चे को जन्म दे सकते हैं. इस बात को सुनकर बादशाह अकबर समझ गए कि यह लड़की बीरबल की बेटी हैं उनका क्रोध जाता रहा और उन्होंने मुस्कुरा कर उसे घर वापस भेज दिया और बीरबल के लिए संदेश भिजवाया की वह कल दरबार आ जाए और फिर बादशाह अकबर ने अपना आदेश वापस ले लिया.