Surya Dev | हमारे सौर्य मंडल में नवग्रह मौजूद हैं और इन सभी नौ ग्रहों का सनातन धर्म में बहुत महत्व है. सौर्य मंडल के बीचो-बीच है सूर्य जिसे हिंदू शास्त्र में भगवान सूर्य देव के रूप में पूजा जाता है. धार्मिक व शास्त्रों में सूर्य ग्रह को सभी ग्रहों का अधिपति माना गया है. सूर्य देव की कृपा से मनुष्य बड़े से बड़े समस्याओं से भी मुक्ति प्राप्त कर लेता है. सूर्य देव को प्रशन्न करने के लिए उन्हें प्रतिदिन जल चढ़ाने का उपाय शास्त्रों में लिखा है. सूर्य देव को अर्घ्य देने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. ऐसी मान्यता है कि सूर्य देव को जल चढ़ाने से जहां मन को शांति प्राप्त होती है, वही शरीर रोग मुक्त हो जाता है और जिंदगी में सुख शांति और वैभव की प्राप्ति होती है.
हिंदी महल के आज के इस अंक में हम जानेंगे सूर्य देव को जल चढ़ाने के नियम को और जानेंगे विस्तार से की सूर्य देव को जल चढ़ाने से किन फल की प्राप्ति होती है.
Surya Dev ko Jal | भगवान सूर्य देव को जल क्यों चढ़ाना चाहिए
धार्मिक ग्रंथो में सूर्य देव को रोजाना जल चढ़ाने को जरूरी बताया गया है सुबह उठकर सूर्य देव को जल अर्पित करने से व्यक्ति के मन में ऊर्जा और आत्म बल बढ़ता है. शास्त्रों में सूर्य देव को तीन बार जल चढ़ाने की परंपरा है पहले एक बार अर्घ्य करें इसके बाद परिक्रमा करें फिर अर्घ्य दें और फिर परिक्रमा करें और अर्घ्य दें.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जन्मपत्री में सूर्य की अनुकूलता से पैतृक संपत्ति से सुख की प्राप्ति होती है अगर पैतृक संपत्ति को लेकर कोई विवाद चल रहा है या पिता से तालमेल नहीं बैठ रहा है. तो सुबह सूर्य को उगते ही नियमित जल चढ़कर अर्घ्य देने से निश्चित ही जल्द ही लाभ की प्राप्ति होती है.
सूर्य देव को जल चढ़ाने से हर इंसान की नौकरी में उन्नति और लाभ होता है. इससे आपका आत्मविश्वास बना रहेगा जिससे अधिकारीगण आपसे खुश रहते है इसके लिए सूर्य को जल देना बहुत ही लाभप्रद होता है इसकी वजह यह है की ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को राजा, राजकीय क्षेत्र, पिता और नौकरी में आधिकारी का कारक माना गया है. सूर्य को जल देने से अनुकूल फल प्राप्त होता है और इन सभी मामलों में शुभ फलों की प्राप्ति होती है.
अगर आप सरकारी नौकरी की तलाश में है तो नियमित रूप से सूर्य को जल चढ़ाना चाहिए इससे सूर्य बलवान होता है और सूर्य के बली होने पर सरकारी क्षेत्र से लाभ प्राप्ति का योग प्रबल होता हैं इसलिए अपने प्रयास के साथ सूर्य की उपासना करते रहना चाहिए.
सूर्य देव को नियमित रूप से जल चढ़ाने से समाज में मान-सम्मान बढ़ता है. तथा कभी भी आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता हैं और शुभ फल की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही भाग्य उदय भी होता है.
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